आनंद भैरव नाथAnanda Bhairava Tantra #2नित्यं त्वमेव राजेश्वरी भव। मोक्षः स्वातन्त्र्यं निजबोधरूपम्। ज्ञानेनानेन तु त्वमेव नित्यं प्रकाशयिष्यसि निजं च शक्तिम्।।Apr 21, 20231Apr 21, 20231
आनंद भैरव नाथAnanda Bhairava TantraThe Ananda Bhairava Tantra is a tantric text that is believed to have been written in the eighth century CE. It is a part of the Kashmiri…Mar 27, 2023Mar 27, 2023
आनंद भैरव नाथDeus In Machina — 1It was a typical Wednesday evening for Henry, a creative writer who spent most of his time locked up in his tiny apartment, pouring his…Dec 24, 20221Dec 24, 20221
आनंद भैरव नाथIndia isn't a meritocracy, we are an emotionocracyYour growth is tied to relationships rather than perfApr 23, 2022Apr 23, 2022
आनंद भैरव नाथAstrology is Statistical Temporal ProfilingBased on your birth as an event in spacetime and the relative position of measurable reference bodiesApr 16, 2022Apr 16, 2022
आनंद भैरव नाथLiving fast or living wellYou can live fast, die young, and have a beautiful looking corpse...or you can live well, live long, and have a beautiful life story when…Mar 25, 2022Mar 25, 2022
आनंद भैरव नाथपरंपरापेशेवर समाज सेवक और खानदानी सामाजिक कार्यकर्ता में ज़मीन आसमान का फ़र्क होता है। फ़र्क संस्कारों का है, और संस्कार एक पीढी का खेल होते, तो न…Nov 23, 2021Nov 23, 2021
आनंद भैरव नाथधर्म मनोविज्ञान और सॉफ्टवेयरधर्म, मनोविज्ञान और सॉफ्टवेयर में काफी ओवरलैप यानी सामंजस्य है।Nov 11, 2021Nov 11, 2021
आनंद भैरव नाथलोकतन्त्र का ताना तंतातर्क, तकरीर, और वितर्क वो तार है, जिसकी तान पर लोकतन्त्र के वादक तराने तराशते हैं।Oct 7, 2021Oct 7, 2021
आनंद भैरव नाथकिराये के मकानमकान सारे किराये के ही होते हैं। जिस्म में रहने के लिए रूह को भी कर्म का किराया देना पड़ता है, जिसका की क़यामत के दिन चित्रगुप्त के खाते के…Oct 7, 2021Oct 7, 2021